Description
ओर्गेनिक गीर गाय का घी (स्पे.)
आयुर्वेद में तथा वेदो में बताया गया है, आयु वे घृतं – अर्थात घी से आयु बढती है, आयुष्य का संरक्षण जैसा घी से होता है, ऐसा एक भी वस्तु से नहि होता… घी का सम्पूर्ण कॉन्सेप्ट भारतीय है और Uniq है इसलिए आज तक कोई भी इसकी कॉपी नहि कर पाया है… घी का English में भी घी ही कहा जाता है… घी से प्रभावित होकर बहुत से विचारक प्रभावित हुए है…घी बनाने की वैदिक एवं आयुर्वेदिक पध्धति है… पहेले स्वस्थ एवं वन में चरती गायो का दूध इकठ्ठा किया जाता है, बाद में अम्ल संस्कार यानी दधि मिलाकर मंथन क्रिया करके मख्खन निकालकर छाछ को अलग करके उसके बाद जो घी निकलता है, वो ही है ओर्गेनिक घी.
लाभ :
नियमित रुप से घी का सेवन करने से ओज की वृद्धि होति है, संपूर्ण शरीर को स्निग्धता प्रदान करके Oiling करता है..
दूध से २० गूना शक्ति घृत में होती है..
घी परम पित्तनाशक है, इसलिए शरीर की अंदर की गर्मी को दूर करके परम शीतलता प्रदान करता है…
घी पेट (कोष्ठ) को शुद्ध करता है, इसलिए नियमित सेवन से पेट के कोई भी प्रकार के रोग नहि होते…
Reviews
There are no reviews yet.