Description
वैसे तो ईश्वर का कोई स्वरूप नहीं होता, सच्चे भक्त तो उन्हें हर स्थान पर हर समय देख सकते है। और गणेश जी की तो बात ही अलग है जो सभी देवतओं में प्रथम पूज्य है। इनकी आप कोई भी प्रतिमा देख ले आप को वे मन मोहक ही लगेंगे।
जिनकी प्रतिमा ही इतनी सुंदर वह कितना सुंदर होगा?
संस्कृति आर्य गुरूकुलम् निर्मित विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश जी की मूर्ति मन भावन और आकर्षक तो है ही साथ-साथ वह विश्व के सबसे पवित्र ऐसे गोमय से बना है। गोमय सात्विक ऊर्जा से भरपूर होने के कारण यह प्रतिमा जहा रखते है वहा पर सात्विक ऊर्जा फैलती है और वातावरण में हर समय सात्विक ऊर्जा बनी रहती हैं। जिसकी वजह से हम लोग साधना, उपासना इत्यादि आसानी से कर सकते है और उसके लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।
गोमय गणेश मूर्ति के लाभ
- यह पवित्रतम गोमय से निर्मित होने के कारण पूरा दिन सात्विक ऊर्जा प्रदान करती है ।
- विघ्नहर्ता की मूर्ति मनमोहक एवं आकर्षक होने से मन आसानी से एकाग्र हो पाता है ।
- घर पर रखने से नेगेटिव ऊर्जा से रक्षण होता है ।