Description
भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण अंग है “यज्ञ” इसमें प्रतिदिन करने वाले यज्ञ को अग्निहोत्र कहते है ।
अग्निहोत्र – यह विश्व का सबसे पवित्र यज्ञ हैं, अग्निहोत्र करने से पुरे ब्रह्माण्ड की सात्विक ऊर्जा हमें प्राप्त होती हैं । इस यज्ञ हेतु गोषत्र का उपयोग ऋषिमुनिओं ने बताया है । गोमय पवित्र एवं शुद्धि कारक होता है ।
गीर गाय के गोमय को सुखाकर उसमें अग्निहोत्र होम में उपयोग होने वाली विभिन्न औषधियों का मिश्रण करके यह कण्डे बनाए गए हैं ।
लाभ:
- वातावरण सात्विक और पवित्र बनता है
- पूरा दिन सात्विक ऊर्जा बनी रहती है
- इस कंडे से हवन करने से जो धूप होता है-अग्नि होती है वह शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी होती है
- इससे सबके आयुष्य का रक्षण एवं वृद्धि होती हैं